अनंत भाई अंबानी का वंतारा एक हाथी और उसके बच्चे की मदद के लिए आगे आया। डॉक्टरों की एक टीम ने त्रिपुरा में संकटग्रस्त जानवरों को राहत देने में बिल्कुल समय बर्बाद नहीं किया। 24 घंटे के भीतर 3,500 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। दरअसल, यह सब कल वंतारा में अनंत भाई अंबानी की टीम को चिंता और चेतावनी का एक ईमेल मिलने के बाद हुआ। इससे पहले कि दुनिया को दुर्घटना के बारे में पता चलता, डॉक्टर हाथी और उसके बच्चे की सेवा में मौजूद थे।
परेशान किसानों के लिए आशा की किरण बनकर, अनंत भाई अंबानी के वंतारा ने लाखों लोगों से तुरंत राहत और बचाव का काम किया। दरअसल, एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जो की एक महिला द्वारा रिकॉर्ड किया गया था। जिसमे वो महिला अनंत भाई और उनकी वंतारा टीम का आभार व्यक्त करती हुई नज़र आ रही है। उनकी समय पर प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद देते हुए सुना जा सकता है। उन्होंने कहा, "मैं अनंत अंबानी को धन्यवाद देना चाहती हूं जिन्होंने बिना किसी देरी के त्रिपुरा के उनाकोटि जिले में इस बीमार हाथी और उसके बच्चे के लिए अपनी पूरी वंतारा टीम भेजी। मैंने उन्हें एक दिन पहले ही मेल किया था और अगले ही दिन एक टीम यहां थी। मैं उन सभी को तहे दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने इस मामले में मेरी मदद की और इस हाथी को बचाने में मेरा साथ दिया।''
Hats off to #AnantAmbani who acted promptly to save life of elephant and sent #Vantara medical team within 24 hours to Tripura.#Jamnagar #animallove pic.twitter.com/nvva96W6wm
— AkashMAmbani (@AkashMAmbani) May 12, 2024
इस खबर ने अनंत भाई को ट्रेंडिंग लिस्ट में ला दिया है। लोग उनकी सराहना कर रहे हैं और हैशटैग #अनंतभाई को वायरल कर रहे हैं। नीता और मुकेश अंबानी के सबसे छोटे बेटे अनंत ने अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा बेज़ुबानों की रक्षा के लिए दिया है। अनंत का जानवरों के प्रति उनकी चिंता और प्रेम के परिणामस्वरूप ही इन्होने वंतारा को बना पाए।